चैंपियन ट्रॉफी 2002 का फाइनल, पहली गेंद और दिग्गज खिलाड़ी शून्य पर बोल्ड
ICC Champions Trophy 2002: India vs Srilanka: क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमारा एक और लेख… भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी चैंपिंयस ट्रॉफी पहली बार कब जीती ? करोड़ों फैंस बोलेंगे 2013 महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में लेकिन रिकॉर्ड्स में भारत 2002 में चैंपियस ट्रॉफी जीता था लेकिन उसे ये ट्रॉफी श्रीलंका के साथ साझा करना पड़ा था। हुआ यूं था कि फाइनल मुकाबले में एक बार नहीं दो बार बारिश आई थी, कहने का मतलब है कि पहला फाइनल मैच बारिश में धुला और दूसरा फाइनल जो कि रिजर्व डे में खेला गया था वो भी बारिश के भेंट चढ़ गया। सबसे बुरी बात ये रही कि दोनों मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की, बल्लेबाजी कुछ ही ओवर चली, जिसे ना के बराबर भी कह सकते हैं।
मैच में हुआ क्या, ये बताते हैं आपको
पहला फाइनल मैच कोलंबो आरपीएस मैदान में खेला गया। श्रीलंका ने टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया। निर्धारित 50 ओवर में 244 रन बनाए। कप्तान सनथ जयसूर्या ने 89 गेंदों में 74 रन बनाए। इसके अलावा कुमार संगरकारा ने 89 गेंदों में 54 रनों की पारी खेली। भारत के लिए गेंदबाजी में हरभजन सिंह ने सर्वाधिक तीन विकेट झटके। भारत को जीत के लिए 245 रन चाहिए थे। मैदान में दिनेश मोगिया और सहवाग उतरे। दोनों ने 2 ओवर में 14 रन जोड़ दिए थे लेकिन बारिश आ गई और मैच रिजर्व डे में चला गया।
दूसरे फाइनल में पहली गेंद पर जयसूर्या आउट
दूसके दिन यानी 30 सितंबर 2002 को दोबारा से फाइनल मैच की शुरुआत हुई थी। श्रीलंका ने फिर से टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया। पिछले मैच में श्रीलंका के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान सनथ जयसूर्या मुकाबले की पहली गेंद पर आउट हो गए। उन्हें जहीर खान ने बोल्ड किया। निर्धारित 50 ओवर में श्रीलंका ने 7 विकेट के नुकसान पर 222 रन बनाए। महेला जयवर्धने ने सर्वाधिक 77 रनों की पारी खेली। उन्होंने 99 गेंदों का सामना किया। इसके अलावा रसेल अर्नाल्ड ने 110 गेंद खेली और केवल 59 रन बनाए। बोरिंग पारी कह सकते हैं। दोनों ने 5वें विकेट के लिए 118 रन जोड़े। भारत के लिए जहीर खान को तीन विकेट, अजित अगरकर 1, हरभजन सिंह 1 और अनिल कुंबले को एक विकेट मिला। भारत ने बल्लेबाजी शुरू की लेकिन चौथे ओवर में दिनेश मोंगिया शून्य पर आउट हो गए। इसके कुछ देर बार बारिश आई गई। भारत ने 8.4 ओवर खेले और 38 रन बनाए। सहवाग 22 रन नाबाद और सचिन तेंदुलकर 7 रनों पर नाबाद रहे । बारिश लगातार चलती रही और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। दोनों को टीमों को नियमअनुसार विजेता घोषित किया गया। और भारत पहली बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को अपने नाम कर पाया।