भारतीय बल्लेबाजों को दिन में दिखाए तारे, न्यूजीलैंड के खिलाफ 44 रन पर खोए 8 विकेट

India vs Newzealand: Shane Bond: Six Wickets: Photo Source: ©Reuters

इस आर्टिकल में एक ऐसे तेज गेंदबाज की बात करेंगे जिसे मीडिया में इतनी जगह नहीं मिली लेकिन क्रिकेट स्कोरिंगशीट वो नाम आज भी चमकता है। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड ने केवल 8 साल करियर में वो मुकाम हासिल किया जो काफी कम खिलाड़ियों को मिल पाता है। साल 2001 में इंटरनेशनल क्रिकेट करियर शुरू करने वाले बॉन्ड ने आखिरी मुकाबला 2010 में खेला था। इंटरनेशनल क्रिकेट की 132 पारियों में बॉन्ड ने 259 विकेट अपने नाम किए थे। इस तरह का रिकॉर्ड शायद ही किसी तेज गेंदबाज का इंटरनेशनल क्रिकेट में रहा हो।

भारत के खिलाफ भी शेन बॉन्ड का प्रदर्शन शानदार रहा है लेकिन 2005 ट्राईसीरीज के दूसरे मुकाबले में जो हालत उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों की थी वो किसी भी फैंस ने सोचा नहीं होगा। जिम्बावे में टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा था। ये वही दौर है जब पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल के बीच विवाद हुआ था। ये ट्राई सीरीज़ दादा के कप्तान के रूप में आखिरी सीरीज साबित हुई थी। भारत और न्यूजीलैंड के मैच पर वापस आते हैं।

भारत पहले गेंदबाजी कर रहा था। न्यूजीलैंड को 215 रनों पर रोक दिया था। भारत के लिए इरफान पठान ने तीन , आशीष नेहरा ने 2, अजित अगरकर ने दो और जेपी यादव ने एक विकेट हासिल किया था। न्यूजीलैंड की टीम केवल 43.1 ओवर में सिमट गई थी। क्रेग मैकमिलन ने 54 और ब्रैंडन मैक्कुलम ने 49 रनों की पारी खेली, जिसने न्यूजीलैंड को 200 के पार पहुंचाया था।

जवाब में भारत की शुरुआत ऐसी हुई कि उसने 8 विकेट 44 रनों पर खो दिए थे। इस लिस्ट में शामिल सौरव गांगुली, विणु गोपालराव, वीरेंद्र सहवाग,राहुल द्रविड और मोहम्मद कैफ को बॉन्ड ने ही पवेलियन भेजा था। आंद्रे एडम्स ने युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी और अजित अगरकर वो आउट किया था। ये उस दौर की बात है जब धोनी और युवराज ने भारत को लक्ष्य चेज करने वाली टीम बना दिया था। 216 रन का पीछा कर रही टीम जब 44 रनों पर 8 विकेट खो दें तो यही लगेगा कि मैच खत्म। इससे पहले भारतीय टीम साल 2000 में श्रीलंका के खिलाफ 54 रनों पर ऑल आउट हुई थी और टीम को इस रिकॉर्ड के टूटने का डर सता रहा था।

हालांकि 9वें विकेट के लिए न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को काफी मेहनत करनी पड़ी। इरफान पठान और जेपी यादव ने 118 रनों की साझेदारी की। 9वें विकेट के रूप में भारत ने इरफान पठान का विकेट खोया, जिन्होंने 61 गेंदों पर 50 रन बनाए। उनकी पारी में 3 चौके और एक छक्का शामिल रहा। पठान जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 162 रन था। पठान के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने हरभजन सिंह आए लेकिन आउट जेपी यादव हो गए। उन्होंने 92 गेंदों में 69 रन बनाए। उनकी पारी में 11 चौके और एक छक्का शामिल रहा। यादव के आउट होते ही भारत 51 रन से मैच हार गया लेकिन 9वें विकेट की साझेदारी ने टीम को शर्मिंदगी से बचा लिया। ये मुकाबला 26 अगस्त 2005 को बुलावायो में खेला गया था। शेन बॉन्ड ने 9 ओवर में 19 रन देकर 6 विकेट झटके। इस दौरान उन्होंने 3 मेडन भी डाले थे।

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