उत्तराखंड में 20 माह में 1.3 गुना बढ़ी जीएसडीपी, बेरोजगारी दर में 4.4% की कमी
देहरादून: राज्य के सचिव, डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने मीडिया सेंटर सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी कि उत्तराखंड सरकार ने 2022 में आगामी 5 वर्षों में राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) को दोगुना करने का लक्ष्य रखा था। उन्होंने बताया कि बीते 20 महीनों में राज्य की जीएसडीपी में 1.3 गुना की वृद्धि दर्ज की गई है, जो राज्य की आर्थिक नीतियों की सफलता को दर्शाता है।
प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय वृद्धि
डॉ. मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि 2021-22 में राज्य की प्रति व्यक्ति आय 2 लाख 5 हजार रुपये थी, जो 2023-24 में बढ़कर 2 लाख 60 हजार रुपये हो गई है। पिछले दो वर्षों में राज्य की प्रति व्यक्ति आय में 26% की वृद्धि हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रति व्यक्ति आय में 20% का इजाफा हुआ है, जो 1 लाख 50 हजार 906 रुपये से बढ़कर 1 लाख 84 हजार रुपये हो गई है।
लेबर फोर्स में बढ़ी भागीदारी, महिलाओं की भी उल्लेखनीय भागीदारी
लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट (एलएफपीआर) की बात करते हुए सचिव ने बताया कि 2022-23 में 15-29 आयु वर्ग का एलएफपीआर 43.7% था, जो 2023-24 में बढ़कर 49% हो गया है। इसके साथ ही राज्य का वर्क पॉपुलेशन रेशियो (डब्ल्यूपीआर) भी 37.5% से बढ़कर 44.2% हो गया है। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया, जिनका डब्ल्यूपीआर 15-29 आयु वर्ग में 26.1% से बढ़कर 32.4% हो गया है। इसके अलावा, लखपति दीदी योजना और महिला स्वयं सहायता समूहों के कारण भी महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि हुई है।
बेरोजगारी दर में आई कमी, सरकार की नीतियों का असर
राज्य में बेरोजगारी दर में भी सुधार देखने को मिला है। 2022-23 में यह दर 14.2% थी, जो 2023-24 में घटकर 9.8% रह गई है। सचिव ने बताया कि राज्य सरकार की नई नीतियों और रोजगार एवं स्वरोजगार के लिए चलाई गई योजनाओं के कारण बेरोजगारी दर में 4.4% की कमी आई है। राज्य में पर्यटन, विनिर्माण और सरकारी नौकरियों में रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। इस अवसर पर महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी और सीपीजीजी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मनोज पंत भी उपस्थित थे।