मुख्यमंत्री ने मार्च 2025 तक सभी गांवों में कचरा प्रबंधन शुरू करने का किया लक्ष्य, ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम में की बड़ी घोषणा
देहरादून:- देहरादून के परेड मैदान में आयोजित ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को भाग लिया और क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी उपस्थित नागरिकों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत पौधरोपण भी किया। कार्यक्रम स्थल पर विश्वकर्मा पूजन करने के बाद मुख्यमंत्री ने सभी को विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के मौके पर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उनके दीर्घायु की कामना की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की स्वच्छता के प्रति जागरूकता और नेतृत्व हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता पखवाड़ा आज से आरंभ होकर 2 अक्टूबर को संपन्न होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन ने देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता की एक नई लहर पैदा की है। उनके ऐतिहासिक और दूरदर्शी विजन ने भारत को स्वच्छता के नए आयाम दिए हैं। पिछले दस वर्षों में देशभर में करोड़ों शौचालयों का निर्माण किया गया और कचरा प्रबंधन की सुविधाओं का विकास किया गया है, जिससे आम लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
उत्तराखंड की स्वच्छता में उल्लेखनीय प्रगति
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने भी स्वच्छता के मामले में सराहनीय प्रगति की है। वर्ष 2017 में उत्तराखंड को देश का चौथा ओडीएफ (Open Defecation Free) राज्य होने का गौरव प्राप्त हुआ। अब तक 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है। 2,600 से अधिक स्वच्छता कॉम्प्लेक्स और 9,000 से अधिक गांवों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की इकाइयाँ भी स्थापित की गई हैं, और मार्च 2025 तक राज्य के सभी गांवों में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
देहरादून का स्वच्छता में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान
मुख्यमंत्री ने बताया कि देहरादून को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत देश के पांच सबसे अच्छे शहरों में शामिल किया गया है, जो राज्य के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में हम अग्रणी भूमिका निभाएंगे। इस वर्ष की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छता’ रखी गई है, ताकि स्वच्छता का भाव हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन सके।
जनभागीदारी से बनेगी स्वच्छता की सच्ची पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के प्रयास तभी सफल होंगे जब इसमें सभी की भागीदारी होगी। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि हम सभी अपने गांव, शहर, मोहल्ले को स्वच्छ बनाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा और जो पौधरोपण और शपथ हमने आज ली है, वह हमारे राज्य को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाने में सहायक होगी।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जब हमारे स्वभाव में स्वच्छता आ जाएगी, तब हमारा प्रदेश भी स्वच्छ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आज प्रदेशभर में एक हजार से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकासखंडों के लिए स्वच्छता रथों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, श्री सौरभ बहुगुणा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान, विधायक श्री खजान दास, श्रीमती सविता कपूर, श्री उमेश शर्मा काऊ, श्री भरत चौधरी, निवर्तमान मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, सचिव श्री शैलेश बगोली, देहरादून के जिलाधिकारी श्री सविन बंसल, और नगर आयुक्त श्री गौरव कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।