इतिहास में पहली बार बजट भाषण के दौरान सदन स्थगित, विपक्ष ने किया हंगामा

नई दिल्ली :- राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा आज बजट पेश किया जाना था जिसमें सीएम गहलोत के आखिरी बजट पेश करने के दौरान संसद में विपक्ष ने भारी हंगामा खड़ा कर दिया। सीएम के बजट भाषण शुरु होते ही उन्हें मंत्री महेश जोशी द्वारा रोक कर नया भाषण पढ़ने के लिए बोला गया। विपक्ष के नेताओं का कहना है कि सीएम ने संसद में पुराना भाषण पढ़ा है।
बता दिया जाए कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज विधानसभा में अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने वाले थे। इससे पहले की नया बजट पेश किया जाता विपक्ष ने भाषण शुरु होने के साथ ही हंगामा शुरु कर दिया। भारी हंगामे के बाद विपक्षी सदस्य सदन की वेल में आ गए। यह सब देखते हुए स्पीकर सीपी जोशी को सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सीएम ने अपना बजट भाषण शुरू करते ही कहा कि कर्म में अगर सच्चाई है तो कर्म सफल होगा, हर एक संकट का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा। इसके बाद सीएम ने बजट घोषणाओं को पढ़ना शुरू किया। थोड़ी देर बाद 125 दिन शहरी रोजगार गारंटी योजना की जानकारी बजट में आते ही गहलोत को गलती का एहसास हुआ। इस पर मंत्री महेश जोशी ने सीएम को चेताया तो उन्होंने सदन में इस गलती पर माफी मांगी।
इस घटना के बाद विपक्ष सकते में आ गया। उन्होंने विपक्ष से सवाल पूछा कि बजट के पेपर में पुराने बजट के कागज कैसे आ गए? बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया का कहना है कि सीएम ने सदन में पुराना बजट भाषण पढ़ा है। इसके अलावा विपक्ष द्वारा सीएम गहलोत पर बजट लीक का आरोप भी लगाया गया है। बताया जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई है।