बर्फ में फंसी जिंदगियां… नई उम्मीद लाएगा आज का सवेरा; बचाव अभियान शुरू

भारत-चीन सीमा पर स्थित सीमांत जिले चमोली के माणा के पास भीषण हिमस्खलन में फंसी 22 जिंदगियों के लिए आज का दिन अहम होगा। श्वेत मरुस्थल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बचाने के लिए मौसम खुलते ही माणा में बचाव अभियान शुरू हो गया है। ज्योतिर्मठ से पहला हेलिकॉप्टर कुछ जवानों को लेकर रवाना हो गया है। भारतीय वायुसेना भी अलर्ट मोड पर है। हालांकि मौसम विभाग ने शनिवार का रेड अलर्ट जारी किया है।

मोर्चे पर पहले से मौजूद आईटीबीपी और सेना के जवानों ने अपनी पूरी शक्ति के साथ 33 श्रमिकों को बचा लिया। मौसम ने साथ दिया तो आज सभी एजेंसियां एक साथ मिलकर युद्धस्तर पर अभियान छेड़ देंगी।

राहत की बात यह है कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि बाकी फंसे मजदूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। घटनास्थल से जो सूचनाएं मिल रही है, उनके मुताबिक, बाकी मजदूर एक कंटेनर में हैं, जो पूरी तरह से बर्फ से ढक चुका है।

सभी प्रमुख अस्पताल अलर्ट पर रखे गए
सूचना है कि चमोली के डीएम संदीप तिवारी व एसपी सर्वेश पंवार भी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। वे जोशीमठ पहुंच चुके हैं, इधर, देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मोर्चा संभाल लिया है। वह घटना लगातार अपडेट ले रहे हैं। एम्स समेत सभी प्रमुख अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। एम्स की हेली एंबुलेंस भी तैयार है। रेस्क्यू अभियान को और ज्यादा प्रभावी बनाने में हवाई अभियान अहम भूमिका निभा सकता है।

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