जेसन गिलेस्पी का टेस्ट में दोहरा शतक, ये रिकॉर्ड शायद ही कोई नहीं तोड़ पाएगा !

Cricket News: Jasan Gillespie: Double Century: क्रिकेट को यूं ही ‘अनिश्चितताओं का खेल’ नहीं कहा जाता। हर मैच में कुछ ऐसा देखने को मिल सकता है, जो पहले कभी न हुआ हो। इसी अनिश्चितता के बीच क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे रिकॉर्ड बनते हैं, जो दशकों तक कायम रहते हैं और शायद कभी टूट भी न पाएं। आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे ही अनोखे वर्ल्ड रिकॉर्ड की, जो पिछले 19 सालों से कायम है और जिसे तोड़ना लगभग नामुमकिन सा लगता है।

नाइट वॉचमैन से दोहरे शतक तक का सफर

टेस्ट क्रिकेट में ‘नाइट वॉचमैन’ का इस्तेमाल तब किया जाता है जब दिन का खेल खत्म होने में थोड़ा वक्त बचा हो और टीम मुख्य बल्लेबाज का विकेट बचाना चाहती हो। ऐसे में आमतौर पर कोई निचले क्रम का बल्लेबाज, विशेष रूप से गेंदबाज, क्रीज़ पर भेजा जाता है ताकि अगला दिन मुख्य बल्लेबाज से शुरू किया जा सके। लेकिन 19 अप्रैल 2006 को कुछ ऐसा हुआ, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।

चटगांव में रचा गया इतिहास

बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी को नाइट वॉचमैन के तौर पर नंबर-3 पर भेजा गया। उम्मीद बस इतनी थी कि वह दिन का खेल निकाल दें। लेकिन गिलेस्पी ने उस दिन सिर्फ दिन नहीं निकाला, बल्कि रिकॉर्ड बुक में अपना नाम अमर कर दिया। उन्होंने नाबाद 201 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली।

201 रन, 425 गेंदें और 19 साल पुराना रिकॉर्ड

गिलेस्पी ने अपनी पारी में 425 गेंदों का सामना किया और 26 चौके व 2 छक्के लगाए। यह पारी क्रिकेट इतिहास में नाइट वॉचमैन के तौर पर खेली गई सबसे बड़ी पारी है। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने यह कारनामा अपने जन्मदिन 19 अप्रैल को किया, और यह उनका आखिरी टेस्ट मैच भी साबित हुआ।

माइकल हसी की साझेदारी और ऑस्ट्रेलिया की बड़ी बढ़त

गिलेस्पी की इस शानदार पारी के साथ-साथ माइकल हसी ने भी 182 रन बनाए। दोनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 581/4 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने बांग्लादेश को दूसरी पारी में 304 रनों पर समेट दिया और पारी और 80 रनों से मैच जीत लिया।

गेंदबाजी में भी चमके गिलेस्पी

बल्लेबाजी में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाले जेसन गिलेस्पी ने गेंदबाजी में भी कमाल किया। उन्होंने बांग्लादेश की पहली पारी में 3 विकेट झटके। इस तरह एक ही मैच में बल्ले और गेंद दोनों से गिलेस्पी का जलवा देखने को मिला।

क्या कोई तोड़ पाएगा यह रिकॉर्ड?

अब तक टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कोई भी दूसरा नाइट वॉचमैन दोहरा शतक नहीं लगा पाया है। 19 साल बीत चुके हैं और यह रिकॉर्ड आज भी जस का तस खड़ा है। भविष्य में भी किसी नाइट वॉचमैन से ऐसी पारी की उम्मीद करना बेहद कठिन लगता है। यही कारण है कि जेसन गिलेस्पी का यह कारनामा क्रिकेट की दुनिया में एक ‘अलग ही दर्जा’ रखता है।

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