MLC चुनाव लड़ रहे राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह भेजे गए जेल, जानिये क्या है पूरा मामला

प्रतापगढ़। यूपी से बड़ी खबर सामने आ रही है। प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के करीबी और निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी को पुलिस ने कस्टडी में लेकर जेल भेज दिया है। कोर्ट ने अक्षय प्रताप सिंह को पुलिस कस्टडी में लेने का आदेश दिया था। फर्जी पते पर शस्त्र लाइसेंस बनवाने के मामले में प्रतापढ़ में एमपी एमएल, कोर्ट ने एमएलसी अक्षय प्रताप को दोषी करार दिया था। सजा के एलान के लिए गोपालजी एमपी एमएलए कोर्ट में हाजिर हुए थे। जिन्हें न्यायिक हिरासत में ले लिया गया।
निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह को फर्जी पते पर शस्त्र लाइसेंस लेने का मामले में दोषी ठहराया गया है। बुधवार को सजा का ऐलान होगा।् इससे पहले पुलिस ने उन्हें कस्टडी में ले लिया है, सजा के लिए कोर्ट ने 23 मार्च की तारीख मुकर्रर की है। कोर्ट परिसर के बाहर समर्थकों जमावड़ा का लगा है। एमएलसी चुनाव के ठीक समय पर एफटीसी कोर्ट ने फर्जी पते पर शस्त्र लाइसेंस लेने के मामले में निवर्तमान एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह को दोषी करार दिया है। अगर अक्षय प्रताप को दो वर्ष से अधिक की सजा होती है, तो वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। अगर सजा दो वर्ष से कम होती है, तो वह चुनाव लड़ सकते हैं।
इस सीट से लगातार जीत रहे राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल फर्जी पते पर रिवॉल्वर लाइसेंस लेने के आरोप में दोषी साबित हो चुके हैं। इसके बाद भी वह चुनावी मैदान में उतरे हैं। सपा और भाजपा ने भी इस सीट पर अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। राजा भैया के कारण अब तक इस सीट पर अक्षय प्रताप निर्विरोध जीत हासिल करते रहे हैं। अक्षय प्रताप, राजा भैया के करीबी हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में कुंडा सीट से खुद राजा भैया और बाबागंज सीट से विनोद सरोज ने जनसत्ता पार्टी से जीत दर्ज की है।
बता दें कि नगर कोतवाली में 6 सितंबर 1997 को एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज कि या गया था। गोपालजी ने शस्त्र लाइसेंस लेने के लिए अपना पता बस अड्डा, नगर कोतवाली प्रतापगढ़ दर्शाया था, लेकिन उनका पता दूसरा है। एमपी-एमएलए और एफटीसी द्वितीय बलरामदास जायसवाल की कोर्ट ने पाया था।