करौली हिंसा को लेकर राज्यपाल ने किया डीजीपी को तलब

जयपुर। भाजपा लगातार गहलोत सरकार को घेरने में जुटा है। गहलोत सरकार चारों ओर से विपक्ष घेरने में जुटा है, वही गहलोत सरकार सफाई दे रही है। कांग्रेस-भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब इस बीच राज्यपाल कलराज मिश्र ने डीजीपी एमएल लाठर को राजभवन तलब कर लिया। इसके बाद डीजीपी एमएल लाठर राजभवन पहुंचे। राज्यपाल ने कलराज मिश्र ने डीजीपी एमएल लाठर को करौली हिंसा मामले की निष्पक्ष जांच करने करने के निर्देश दिए है। इस दौरान राज्यपाल मिश्र ने निर्देश दिये कि दोषियों को पकड़ा जाए और निर्दोष को फंसाया नहीं जाए। डीजीपी एमएल लाठर राजभवन में करीब 20 मिनट रहे। डीजीपी ने राज्यपाल को करौली हिंसा मामले में अब तक हुई कार्यवाही के बारे में अवगत कराया।
गौरतलब है कि विगत दो अप्रैल के हिंदू नववर्ष पर बाइक रैली पर पथराव की घटना से दो समुदाय आमने-सामने हो गए थे। जिसमें कई लोग घायल हो गये।जिसके बाद धारा 144 लागू कर दी गई। वहीं इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई। फिलहाल करौली में तनावपूर्ण शांति है। करौली में आज चार घंटे की ढील दी गई। भाजपा की न्याय यात्रा के मद्देनजर आज ढील का दायरा कर दिया।
बुधवार को भाजपा ने करौली हिंसा के विरोध में न्याय यात्रा निकाली लेकिन पुलिस ने करौली बॉर्डर पर ही न्याय यात्रा को रोक दिया। जिसके बाद खूब हंगामा हुआ। वहीं पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या को हिरासत में ले लिया। पुलिस की कार्यशैली से नाराज दोनों नेता वहीं धरने पर बैठे गये। गहलोत सरकार करौली हिंसा मामले की प्रशासनिक जां च करा रही है। राज्य सरकार ने गृह विभाग के सचिव कैलाश चंद मीणा को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।