देहरादून में पहली बार डेंगू और मलेरिया वॉरियर्स से सीधा संवाद, जिलाधिकारी ने दी नई दिशा और हौसला
देहरादून: पहली बार देहरादून में डेंगू और मलेरिया से ग्राउंड जीरो पर जूझ रहे फील्ड कार्मिकों, आशा कार्यकर्तियों और पर्यावरण मित्रों के साथ जिलाधिकारी सविन बंसल ने सीधा संवाद किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन फ्रंटलाइन वॉरियर्स की समस्याओं को समझना और उनका समाधान करना था। जिलाधिकारी ने सभी कार्मिकों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्र के लीडर हैं, और उन्हें अपने कार्यों को गर्व और जिम्मेदारी के साथ निभाना चाहिए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रशासन उनकी हर समस्या पर ध्यान देगा।
फील्ड कर्मियों को मिली नई पहचान:
जिलाधिकारी ने कहा, “फील्ड कर्मचारी हमेशा फ्रंटलाइन वॉरियर्स होते हैं। कोरोना महामारी के दौरान आशा कार्यकर्ता और पर्यावरण मित्रों ने जिस सक्रियता से काम किया, उसी तरह आज वे डेंगू और मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।” उन्होंने जोर दिया कि इन कर्मचारियों का फील्ड में सक्रिय रहकर काम करना जनमानस के बीच एक सकारात्मक संदेश भेजता है।
नैनीताल की तर्ज पर देहरादून में आशा घरों की योजना:
आशा कार्यकर्ताओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, जिलाधिकारी ने घोषणा की कि देहरादून में भी नैनीताल की तर्ज पर सरकारी अस्पतालों में आशा घर और डॉर्मिट्री बनाने की योजना पर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। इससे आशाओं और गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में ठहरने की सुविधा मिलेगी, जिससे उन्हें अनावश्यक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस पहल का आशाओं ने तालियों से स्वागत किया।
समस्याओं का होगा त्वरित समाधान:
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि आशा कार्यकर्ताओं और अन्य फील्ड कार्मिकों के भुगतान में किसी भी प्रकार की देरी न हो, और इसके लिए अधिक सुविधाएं और कार्मिक नियुक्त किए जाएं। साथ ही, उन्होंने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से फील्ड कार्मिकों की हर समस्या का त्वरित समाधान करने के लिए कहा।
कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति:
इस संवाद कार्यक्रम में मुख्य नगर आयुक्त गौरव कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय जैन समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने जिलाधिकारी के इस संवाद और समस्या समाधान पहल की सराहना की।
यह सीधा संवाद कार्यक्रम देहरादून के आईआरडीटी ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़े आशा कार्यकर्ता, नगर निगम के फील्ड कार्मिक, पर्यावरण मित्र और सुपरवाइजरों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में सभी ने जिलाधिकारी की प्रेरणादायक बातों से ऊर्जा प्राप्त की और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
जिलाधिकारी की इस पहल से देहरादून के फील्ड कार्मिकों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है।