सीएम मान ने खोले केंद्र सरकार के काले चिट्ठे, पंजाब हमें 7.5 करोड़ रुपये दे क्योंकि हमने सेना भेजी थी

चंडीगढ़। पंजाब में आप की सरकार बनने के बाद लगातार केन्द्र सरकार की पुरानी बातों को बाहर निकाला जा रहा है। अब पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान पंजाब के मुख्‍यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के साथ केंद्र सरकार के सुलूक का पता पठानकोट हमले के बाद के पता चला गया। जब पठानकोट हमले के दौरान सेना पंजाब आई और आतंकियों का मुकाबला कर उन्‍हें ढ़ेर किया। इसके कुछ दिनों बाद चिट्ठी मिली कि पंजाब हमें यानी केंद्र सरकार को 7.5 करोड़ रुपये दे क्योंकि हमने सेना भेजी थी।

मान ने कहा कि ऐसा कैसा सुलूक है पंजाब के साथ। राज्य को केंद्रीय सुरक्षा बल मुहैया करवाने के बदले में 7.50 करोड़ रुपये का बिल दिया था। इसके बाद उस समय के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निजी दखल से उनके साथी सांसद साधु सिंह के साथ मुलाकात के बाद माफ कर दी गई। मान ने कहा कि यह बहुत विरोधाभासी है कि एक सरहदी राज्य जो आतंकवाद की मार झेल रहा है, अपनी सुरक्षा के लिए मोटी रकम अदा करनी पड़ी है।

सदन में मान ने बताया कि आतंकवादियों ने वर्ष 2016 में जब पठानकोट एयरबेस पर हमला किया तो केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ राज्य के पुलिस बल ने निजी सुरक्षा की परवाह किए बिना आतंकवादियों के हमले का जवाब दिया। कुछ दिनों बाद हमें चिट्ठी मिली कि पंजाब हमें 7.5 करोड़ रुपये दे क्योंकि हमने सेना भेजी थी। इसके बाद हम तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पास गए और कहा कि 7.5 करोड़ रुपये हमारे सांसद निधि से काट लीजिए पर हमें लिखकर दे दीजिए कि हमने पंजाब को किराए पर सेना दी, पंजाब देश का हिस्सा नहीं है। सबसे पहले बंदूक की गोलियां हमारी छाती पर चलती हैं। इसके बाद बात न बढ़े इसलिए उन्होंने पैसे माफ किए।

मान ने केन्द्र सरकार को यही नहीं छोड़ा उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोई भी काम करना हो तो उपराज्यपाल से अनुमति मांगनी पड़ती है, वहां मुख्यमंत्री की कुछ चलती ही नहीं है।क्योंकि वहां सरकार किसी और पार्टी की बनी हुई है। पंजाब ने केंद्र सरकार से एक्स्ट्रा बिजली मांगी लेकिन हमें मना कर दिया गया और हरियाणा को दे दिया। पीएम मोदी कहते हैं कि सबका साथ सबका विकास तो कहां है साथ। ना आपको साथ देना है और ना ही आपको साथ लेना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *