केंद्रीय बजट से निराश नजर आए सीएम गहलोत, बोले सौतेले व्यवहार का जनता देगी जवाब

जयपुर: संसद में 2023 का बजट पेश होने के साथ ही उस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई हैं। बजट पर अपनी नाराज़गी जताते हुए, सीएम अशोक गहलोत ने बजट को आमजन विरोधी ठहराया है। उन्होंने कहा कि बजट में केवल मीडिया में हेडलाइन बनाने वाले जुमलों का प्रयोग हुआ है।
बजट में महात्मा गांधी नरेगा जैसी योजनाओं का बजट प्रावधान 33% तक कम करना उन्हें काफ़ी खला है। सीएम गहलोत के अनुसार सरकार द्वारा लिया गया यह फैसला गरीब, भूमिहीन किसान व आमजन विरोधी है। उन्होंने कहा कि इस बजट में कृषि और किसान कल्याण से संबंधित बहुत सारी थोथी घोषणाएं की गई हैं।
अपने बयान में उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय और महिला और बाल विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की उपेक्षा कर इसमें ना के बराबर बढ़ोतरी हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी चेताया कि आम आदमी के रोजाना काम में आने वाले आटा, चावल, दाल आदि के दाम में बढ़ोतरी और इस संबंध में कोई भी पॉलिसी स्टेटमेंट ना आने से आम आदमी का जीवन मुश्किल होगा।
केंद्रीय बजट में राजस्थान के संदर्भ में बात करते हुए वे काफ़ी मायूस नजर आए। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण परियोजना ERCP को वाज़िब मांगों के बावजूद भी केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय दर्जा ना मिलना काफ़ी निराशाजनक है। वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक में ऊपरी भद्रा परियोजना के लिए अतिरिक्त सहायता के रूप में 5300 करोड़ रुपए दिया जाना मोदी सरकार के सौतेले व्यवहार को दर्शाता है। राजस्थान की जनता इस सौतेले व्यवहार का समय आने पर माकूल जवाब देगी।