भगवंत मान ने मांगा चंडीगढ़ पर पूरा अधिकार, खट्टर बोले- केजरीवाल और मान मांगे माफी

चंडीगढ़। पंजाब में आप की सरकार आने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है। चंडीगढ़ विधानसभा से प्रस्ताव पास होने के बाद भगवंत मान सरकार ने चंडीगढ़ को पंजाब की राजधानी घोषित करने की मांग तेज कर दी है। ऐसे में केन्द्र, पंजाब और हरियाणा सरकार के बीच खींचतान बढ़ गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आम आदमी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी है। ऐसे में चंडीगढ़ की मांग करने वाले पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भवगंत मान को हरियाणा के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
बता दें कि पंजाब विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया और चंडीगढ़ को तत्काल पंजाब को हस्तांतरित करने मांग की गई है।जिसके बाद यह मुद्दा गरमा गया है। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि इसके लिए चाहे उन्हें प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के पास ही क्यों न जाना पड़े, वह पंजाब के लोगों को उनका हक दिलाकर रहेंगे। जिसके बाद मैदान में उतरे खट्टर ने कहा कि अगर वे भगवंत मान ऐसा कुछ करना चाहते हैं, तो उन्हें पहले एसवाईएल मुद्दे को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान जो कर रहे हैं वह निंदनीय है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। राजीव-लोंगोवाल समझौता 35-36 साल पहले हुआ था, जिसके अनुसार यह हरियाणा और पंजाब दोनों की राजधानी है। इसके अलावा खट्टर ने केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के कर्मचारियों पर केंद्रीय सेवा नियम लागू करने पर मोदी सरकार की सराहना की। वही इस मुद्दे पर पंजाब सरकार पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। सीएम मान के बयान के बाद चंडीगढ़ का पंजाब में शामिल होने का मुद्दा गरमा गया है।